कानू" या "कान्दू" एक जाति है जो ऐतिहासिक रूप से भारत और नेपाल के विभिन्न क्षेत्रों में व्यापारिक गतिविधियों, विशेष रूप से मिठाई बनाने और कन्फेक्शनरी से जुड़ी हुई है। वे आम तौर पर बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और नेपाल के मधेसी क्षेत्र जैसे राज्यों में पाए जाते हैं। कानू समुदाय को एक अत्यंत पिछड़ी जाति भी माना जाता है।
ऐतिहासिक व्यापार:
कानू जाति का व्यापार से पुराना संबंध है, जिसमें मिठाई बनाना, दुकानदारी और अनाज भूनना शामिल है।भौगोलिक वितरण:
वे मुख्य रूप से बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और नेपाल के मधेशी क्षेत्र में पाए जाते हैं।
धार्मिक विश्वास:
कानू समुदाय, हलवाई समुदाय के साथ, गणीनाथ को अपने कुलदेवता (सामुदायिक देवता) या कुलगुरु के रूप में पूजते हैं।
सामाजिक स्थिति:
2022 के जाति-आधारित सर्वेक्षण के अनुसार, बिहार में कानू समुदाय को अत्यंत पिछड़ी जाति के रूप में वर्गीकृत किया गया है।